Examine This Report on बबूल के फायदे और नुकसान





दाद (खुजली) को ठीक करने के लिए बबूल के फूलों को सिरके में पीस लें। इसे खुजली (दाद) वाले अंग पर लगाएं। दाद और खुजली में लाभ होता है।

इसके फूलों के चूर्ण को शहद में मिलाकर बच्चों की जबान पर लगाने से उनके मुंह में छाले मिट जाते हैं।

मुंह के छाले / babul Gains for Mouth ulcersइसकी छाल के चूर्ण को मुंह में भुरभुराने से मुंह के छाले मिटते हैं।

बबूल का वानस्पतिक नाम अकेशिया निलोटिका (

यह बहते हुए रक्तस्राव को रोकता है। यह टूटी हड्डियों को जोड़ता है।

बबूल की गोंद को भूलकर भी खाया जा सकता है। 

आँखों का आना एक आम समस्या है इसे ठीक करने के लिए आप बबूल की पत्ती का इस्तेमाल कर read more सकते हैं। रात में आने वाली ऑख पर बबूल के पत्ते पीस कर लगा कर एवं किसी साफ कपडे से बॉध दें। आप सुबह देखगें तो आपकी ऑख का दर्द खत्म हो जाएगां।

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बबूल गोंद के सेवन से हमें टॉन्सिल की समस्या में राहत मिलती है। अक्सर सूजन के कारण हमारे गले में टॉन्सिल जैसी समस्या उत्पन्न हो जाती है ऐसे में बबूल गोंद के इस्तेमाल से काफी फायदा मिलता है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं जिससे इस समस्या से जल्द राहत मिलती है।

इसका सेवन सूप बनाने में या सूप को कड़ा बनाने में किया जा सकता है।

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बबूल की गोंद को आटे के लड्डू में मिक्स करके भी लिया जा सकता है। 

बबूल के तने की छाल का काढ़ा बनाएं। इसका सेवन करने से दस्त और पेचिश में लाभ होता है।

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